बातचीत के दौरान मिंटू मौर्य ने बताया कि चंदौली जिले में काफी लंबे समय से जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर बाहुबलियों का कब्जा रहा है , ऐसे में पहली बार पिछड़े और दलितों को जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठने का मौका मिला है तो वह इस मौके को गंवाना नहीं चाहते हैं और अपने समाज के साथ-साथ सभी पिछड़े और दलितों को एक साथ लेकर चंदौली में एक नई राजनीतिक विचारधारा को आगे ले जाना चाहते हैं ।
गौरतलब है कि मिंटू मौर्य एक नौजवान प्रत्याशी हैं जिन्होंने अपने सेक्टर में रिकॉर्ड 5000 से भी अधिक मतों से जीत हासिल किया है , सभी दलों की नजर साहब सिंह पर टिकी हुई है , सूत्रों से मिली खबर के अनुसार साहब सिंह पर समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी दोनों डोरे डाल रहे हैं ।
चंदौली जिले में मौर्य समाज की आबादी लगभग चार लाख से अधिक है ऐसे में आगामी विधानसभा चुनाव नजदीक है तो कोई भी दल मौर्य जाति के वोटरों को लुभाने के लिए साहब सिंह को समर्थन कर सकता है ।
हालांकि साहब सिंह मौर्य " मिन्टू" ने अभी तक अपने सियासी पत्ते नहीं खोले हैं ।
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