समाजवादी पार्टी को जीत के लिए क्या करना होगा ? विश्लेषण

समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश विधानसभा - 2022 चुनाव जीत सकती है यदि वह बीजेपी विरोधी वोटर को यह विश्वास दिलाने में कामयाब हो जाए कि वह भारतीय जनता पार्टी को उत्तर प्रदेश में रोक सकती है ?
इसके लिए समाजवादी पार्टी जो भी रणनीति बनाती है वह रणनीति जनता को दिखनी चाहिए , उत्तर प्रदेश में वर्तमान समय में बीजेपी के पास केवल 100 से 130 सीटों के जीतने की क्षमता है , भाजपा बाकी सीटों का जुगाड़ अपने प्रचारतंत्र ,धनबल , बाहुबल से करेने की कोशिश करेगी !
समाजवादी पार्टी मैक्सिमम 25% वोट आज के डेट में पा सकती है , मगर 25 फ़ीसदी वोट लेकर समाजवादी पार्टी केवल 130 - 150 सीट जीत सकती है !
यानि हम कह सकते हैं कि वर्तमान में समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के पास बराबर की सीटें जीतने की क्षमता है और सरकार बनाने के लिए सपा और भाजपा दोनों को लगभग 60 सीटों की आवश्यकता पड़ेगी और यह भाजपा के लिए जीतना बहुत ही आसान है और समाजवादी पार्टी के लिए लोहे के चने चबाने के बराबर है ।
ऐसे में अगर समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव जीतकर दोबारा सरकार बनना चाहती है तो उसको कम से कम अपनी रणनीति में भारी बदलाव करना होगा , समाजवादी पार्टी को उत्तर प्रदेश में 4 से 5 डिप्टी सीएम चुनाव पूर्व घोषित करना होगा , मेरी यह बात आपको बहुत ही हास्यास्पद लग रही होगी परंतु चिन्ता करने की कोई आवश्यकता नहीं है आंध्र प्रदेश में 5 डिप्टी सीएम वर्तमान में हैं । डिप्टी सीएम के चेहरे समाजवादी पार्टी के हर प्रचार तंत्र में प्रमुखता से दर्शाए जाने चाहिए ।
 
समाजवादी पार्टी को  किसी भी हिंदू-मुस्लिम के मुद्दे पर वोटों के ध्रुवीकरण के डर से बचकर नहीं निकलना चाहिए बल्कि आवश्यकता पड़ने अपनी बेबाक राय खुले मंच से रखनी चाहिए , सिटिंग एमएलए  जिनके रिपोर्ट कार्ड ठीक नहीं है उनके टिकट  काट देना चाहिए ।
      समाजवादी पार्टी को जातिगत समीकरणों का पूरा ख्याल रखना होगा इसमें पिछड़ी जाति को प्रमुखता से चिन्हित करके टिकटों का बंटवारा करना होगा । 
शेष बातें अगले भाग में... लिखूंगा । 
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@SamajwaSamajwadi Party समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश विधानसभा - 2022 चुनाव जीत सकती है ,यदि वह बीजेपी विरोधी वोटर को यह विश्वास दिलाने में कामयाब हो जाए कि वह भारतीय जनता पार्टी को उत्तर प्रदेश में रोक सकती है ? 
इसके लिए समाजवादी पार्टी जो भी रणनीति बनाती है वह रणनीति जनता को दिखनी चाहिए , उत्तर प्रदेश में वर्तमान समय में बीजेपी के पास केवल 100 से 130 सीटों के जीतने की क्षमता है , भाजपा बाकी सीटों का जुगाड़ अपने प्रचारतंत्र ,धनबल , बाहुबल से करेने की कोशिश करेगी ! 
समाजवादी पार्टी मैक्सिमम 25% वोट  आज के डेट में पा सकती है , मगर 25 फ़ीसदी वोट लेकर समाजवादी पार्टी केवल 130 - 150 सीट जीत सकती है ! 
यानि हम कह सकते हैं कि वर्तमान में समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के पास बराबर की सीटें जीतने की क्षमता है और सरकार बनाने के लिए सपा और भाजपा दोनों को  लगभग 60 सीटों की आवश्यकता पड़ेगी और यह भाजपा के लिए जीतना बहुत ही आसान है और समाजवादी पार्टी के लिए लोहे के चने चबाने के बराबर है ।
ऐसे में अगर समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव जीतकर दोबारा सरकार बनना चाहती है तो उसको कम से कम अपनी रणनीति में भारी बदलाव करना होगा , समाजवादी पार्टी को उत्तर प्रदेश में 4 से 5 डिप्टी सीएम चुनाव पूर्व घोषित करना होगा , मेरी यह बात आपको बहुत ही हास्यास्पद लग रही होगी परंतु चिन्ता करने की कोई आवश्यकता नहीं है आंध्र प्रदेश में 5 डिप्टी सीएम वर्तमान में हैं । डिप्टी सीएम के चेहरे समाजवादी पार्टी के हर प्रचार तंत्र में प्रमुखता से दर्शाए जाने चाहिए ।
समाजवादी पार्टी को  किसी भी हिंदू-मुस्लिम के मुद्दे पर वोटों के ध्रुवीकरण के डर से बचकर नहीं निकलना चाहिए बल्कि आवश्यकता पड़ने अपनी बेबाक राय खुले मंच से रखनी चाहिए , सिटिंग एमएलए  जिनके रिपोर्ट कार्ड ठीक नहीं है उनके टिकट  काट देना चाहिए ।
    समाजवादी पार्टी को जातिगत समीकरणों का पूरा ख्याल रखना होगा इसमें पिछड़ी जाति को प्रमुखता से चिन्हित करके टिकटों का बंटवारा करना होगा । 
शेष बातें अगले भाग में... लिखूंगा ।

NB Editor - M.K Maurya

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