पूर्वांचल की लगभग 35 से 40 विधानसभा सीटें ऐसी है जिस पर कोइरी बिरादरी का बहुत ज्यादा प्रभाव माना जाता है अगर इस बार कोईरी बिरादरी बाबू सिंह कुशवाहा के साथ जाती है तो भारतीय जनता पार्टी को इन 35 से 40 सीटों पर नुकसान होना लगभग तय है और इसका सीधा फायदा समाजवादी पार्टी को हो सकता है या फिर यदि कोईरी बिरादरी का 70 से 80 फ़ीसदी वोट जन अधिकार पार्टी को मिलता है तो जन अधिकार पार्टी भी इन सीटों में कुछ सीट जीतने में सफल हो सकती है
विभिन्न समाचार पत्रों और स्त्रोत के आधार पर माना जाता है कि मौर्य कुशवाहा शाक्य सैनी की उत्तर प्रदेश में लगभग 14% आबादी है जो पूर्वांचल , अवध , बुंदेलखंड और पश्चिमी यूपी तक फैली हुई है ।
गौरतलब है कि 2017 में कुशवाहा मौर्य शाक्य सैनी समाज का थोक के भाव में वोट भाजपा के पाले में गया था । इस समाज के वोटर का भाजपा में झुकाव का मुख्य कारण था केशव प्रसाद मौर्य के मुख्यमंत्री बनाये जाने की चर्चा और स्वामी प्रसाद मौर्य का भाजपा में शामिल होना ।
0 टिप्पणियाँ